PM Kisan Yojana New Rules: केंद्र सरकार की तरफ से किसानों की मदद के लिए एक योजना शुरू की गई है. इस योजना का नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना है. इस योजना के तहत किसानों को हर साल ₹6000 की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है. किसानों को योजना की राशि तीन समान किस्तों में प्रदान की जाती है. चार महीनो के बाद योजना के तहत 1 किस्त जारी की जाती है जो ₹2000 की होती है. किसानों को योजना का लाभ सीधे तौर पर मिलता है और योजना का पैसा उनके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता है.
किसानों के लिए चलाई गई है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना
इस योजना का लाभ लेकर किसान आर्थिक रूप से सशक्त बन सकते हैं और आत्मनिर्भर बन सकते हैं. योजना की राशि का प्रयोग किसान अपनी फसल के लिए कर सकते हैं. इस राशि की मदद से किसान अपनी फसलों के लिए बीज, खाद, उर्वरक इत्यादि ले सकते हैं. इस योजना से किसान को आर्थिक सहायता दी जाती है जिसकी मदद से वह अपनी उत्पादकता बढ़ा सकते है.
सरकार ने बदल दिए हैं योजना के नियम
वर्तमान समय में किसान सम्मान निधि योजना के नियमों में बदलाव किया गया है. अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको योजना के नए नियमों के बारे में जरूर पता होना चाहिए. आज की इस खबर में हम आपको बताएंगे की योजना के तहत किन नियमों में बदलाव किया गया है. हम जानेगे कि योजना के तहत नए नियम क्या है और अब किन किसानों को इस योजना का लाभ दिया जाएगा.
1 जनवरी से लागू हुए नए नियम
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत अब सिर्फ उन किसानों को लाभ मिलेगा, जिनके नाम पर ज़मीन का स्वामित्व दर्ज है. यह बदलाव उन किसानों पर सीधा प्रभाव डालेगा जिनकी ज़मीन उनके दादा-परदादा या संयुक्त परिवार के नाम पर दर्ज है. सरकार ने साफ किया है कि 1 जनवरी 2025 से ज़मीन के स्वामित्व का सत्यापन अनिवार्य होगा. यानी की 1 जनवरी 2025 से नए नियम लागू हो चुके हैं जिनके अनुसार जमीन के स्वामित्व का वेरिफिकेशन करवाना अनिवार्य होगा.
इसलिए बदले गए है नियम
यह फैसला योजना के दुरुपयोग को रोकने के उद्देश्य से लिया गया है. अब किसानों को सरकारी दस्तावेजों के जरिये यह साबित करना होगा कि ज़मीन उनके नाम पर दर्ज है. योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनकी ज़मीन उनके नाम पर दर्ज हो.
सके लिए किसान को अपने स्वामित्व के दस्तावेज़ तैयार रखने होंगे. यदि ज़मीन संयुक्त परिवार या दादा-परदादा के नाम पर है, तो उसे अपने नाम पर करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दें. तथा जमीन को अपने नाम पर करवा ले. इसके अलावा ज़मीन ट्रांसफर प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए सरकार ने विशेष हेल्पडेस्क स्थापित किए हैं. ऐसे में किसान हेल्प डेस्क पर जाकर भी सहायता ले सकते हैं और इस बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.