Hamari Beti Yojana: जिन बच्चों के माता-पिता का स्वर्गवास हो जाता है उन्हें अपना जीवन व्यतीत करने के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. सरकार ने अनाथ बेटियों के लिए एक नई पहल की है. जी हां आपको बता दे कि सरकार अनाथ बेटियों के लिए एक योजना लेकर आई है जिसका नाम हमारी बेटी योजना है. इस योजना के तहत अब सरकार उनके पढ़ने की व्यवस्था करेगी. आइये इस योजना के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं.
बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई योजना
बालिका शिक्षा को बढावा देने तथा बालिकाओं को उच्च शिक्षा के लिये प्रेरित करने के लिये राजस्थान सरकार द्वारा राजस्थान मुख्यमंत्री हमारी बेटीयां योजना की शुरुआत की गई है. इस योजना का उदेश्य उन प्रतिभाशाली छात्राओ को लाभ पहुंचाना है जो आर्थिक कारणों से अपना अध्ययन बीच में छोड़ना चाहती है. सभी बेटियों अपनी पढ़ाई सुचारू रूप से जारी रख सके इसलिये इस योजना का शुभारम्भ किया गया है. इस योजना के तहत प्रत्येक जिले से चार मेधावी छात्राओं का चयन किया जाता है.
अनाथ बेटियों के लिए शुरू हुई हमारी बेटी योजना
आपको बताते हैं कि अनाथ बेटियों की पढ़ने की पूरी व्यवस्था अब मुख्यमंत्री हमारी बेटी योजना के तहत होगी. इसका मुख्य उद्देश्य लड़कियों के स्तर को ऊपर उठाना है. इससे अब अनाथ बेटियों का शिक्षा का सपना साकार हो पायेगा. सरकार का मानना है बहुत सी लड़कियां पैसों की कमी की वजह से शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाती है, पर अब ऐसा नहीं होगा. योजना के तहत अब इन मेधावी बालिकाओं के शिक्षा स्तर को ऊपर उठाया जाएगा ताकि लड़कियां आगे बढ़ सके. चयनित बेटियां खेलकूद, इंजीनियरिंग, मेडिकल या किसी अन्य क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहती हैं तो सरकार उसे अलग से वित्तीय सहायता प्रदान भी करेगी.
बेटियों को दिया जाएगा मुक्त शिक्षा का लाभ
योजना के तहत मेधावी छात्राओं का चयन किया जाएगा व उन्हें फ्री शिक्षा का लाभ दिया जाएगा. राजकीय विद्यालयों में पढ़ाई कर रही माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की सैकंडरी परीक्षा में हर जिले से दो मेधावी छात्राओं का चयन कर निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही थीं. इस योजना के तहत अब परीक्षा में 75 प्रतिशत से ज्यादा अंक प्राप्त करने वाली पात्र तीन छात्राओं को सूची में शामिल किया जाएगा, जिसमें दो सर्वोच्च अंक एवं एक बीपीएल सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाली छात्रों को भी सेलेक्ट किया जाएगा.
33 जिलों में से 99 छात्राओं का होगा सिलेक्शन
यह योजना राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई है. इस योजना में राज्य के 33 जिलों में से 99 छात्राओं का चयन किया जाएगा. सरकार द्वारा 11वीं कक्षा/ व्यवसायिक शिक्षा / प्रशिक्षण से स्नातकोत्तर की शिक्षा / प्रशिक्षण प्राप्त करने तक वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी. योजना के तहत चयनित छात्राओं को कक्षा 11वीं व 12वीं / व्यवसायिक शिक्षा / शिक्षण संस्थान में अध्ययन शुल्क, खेल विद्यालय / खेल कोचिंग संस्थानों में प्रशिक्षण / प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग शुल्क, छात्रावास शुल्क आदि राशि का वास्तविक व्यय भुगतान संस्थानों के बैंक खाते में जमा कर दिया जाएगा.