Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana: वर्तमान समय में शिक्षा जीवन का आधार है. जो शिक्षित नहीं है उसे अपने जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने राज्य के बच्चों को शिक्षित करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. जो परिवार अपने आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण अपने बच्चों को पढ़ा नहीं सकते उनके लिए सरकार ने एक योजना शुरू की है. इस योजना के तहत पढ़ने वाले बच्चों को पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी. इस योजना का नाम संत रविदास शिक्षा सहायता योजना है. बच्चों को शिक्षित करने के लिए सरकार की यह एक सराहनीय पहल है.
बच्चों को पढ़ने के लिए प्रदान की जाएगी आर्थिक सहायता
इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा में कोई बाधा न आए और वे स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय तक अपनी पढ़ाई बिना किसी परेशानी के जारी रख सकें इसलिए उन्हें आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी. इस योजना के तहत ₹100 से ₹5000 तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी. इससे उत्तर प्रदेश राज्य के बच्चे बिना किसी समस्या के पढ़ पाएंगे. पढ़ने के बाद रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ेगी और वह आसानी से नौकरी प्राप्त कर पाएंगे. ऐसे में यह योजना मजदूरों के बच्चों के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना साबित होने वाली है.
बिना किसी परेशानी के रख पाएंगे अपनी पढ़ाई जारी
इस योजना के तहत, श्रमिकों के बच्चों को स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी ताकि वे बिना किसी रुकावट के अपनी पढ़ाई सुचारू रूप से जारी रख पाए. पहली कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा के साथ-साथ आईटीआई और पॉलिटेक्निक के छात्र भी इस योजना के लिए आवेदन करने के योग्य होंगे. इस योजना के तहत आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से किया जा सकता है. योजना के अंतर्गत केवल वे छात्र पात्र होंगे जो केंद्र या राज्य सरकार की मान्यता प्राप्त शिक्षा संस्थानों में अध्ययनरत हैं. योजना के तहत अलग-अलग कक्षाओं के लिए अलग-अलग सहायता राशि प्रदान की जाएगी.
इस प्रकार मिलेगी राशि
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में 70% अंक प्राप्त करने पर लड़कों को ₹5000 और लड़कियों को ₹8000 की एकमुश्त धनराशि का लाभ दिया जाएगा. स्नातक और स्नातकोत्तर की परीक्षा में 60% अंक प्राप्त करने पर लड़कों को ₹10000 और लड़कियों को ₹12000 की एकमुश्त धनराशि दी जाएगी. श्रमिकों के बच्चों को कक्षा 9 से 12 तक विद्यालय जाने के लिए साइकिल खरीदने पर सब्सिडी भी मिलेगी. योजना का लाभ लेने के लिए बच्चों की आयु हर साल 1 जुलाई को 25 साल से कम होनी चाहिए.
स्टूडेंट फ्री लैपटॉप योजना फॉर्म
योजना के लिए जरूरी शर्तें
- इस योजना का लाभ सिर्फ उन विद्यार्थियों को मिलेगा जो अन्य किसी सरकारी छात्रवृत्ति का लाभ नहीं ले रहे हैं.
- योजना का लाभ लेने के लिए बच्चों की आयु हर साल 1 जुलाई को 25 साल से कम होनी चाहिए.
- योजना का लाभ पाने वाले छात्रों की न्यूनतम उपस्थिति 60% होनी चाहिए.
- इंजीनियरिंग और मेडिकल स्नातकोत्तर डिग्री के लिए ₹8000 प्रति महीना और अन्य विषयों में शोध के लिए ₹12000 प्रति महीना मिलेंगे , इस स्थिति में अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष होगी.
- एक परिवार से अधिकतम दो बच्चे योजना का लाभ ले पाएंगे.
- योजना का लाभ लेने के लिए पंजीकृत निर्माण कामगार का उत्तर प्रदेश का स्थाई निवासी होना जरूरी है.
- विद्यार्थियों को तिमाही आधार पर भुगतान किया जाएगा, पहली किस्त कक्षा में प्रवेश लेते ही मिल जाएगी.
- अगर कोई विद्यार्थी परीक्षा में फेल हो जाता है, तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा.
योजना के लिए जरूरी कागजात
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- आय प्रमाण पत्र
- स्कूल का प्रमाण पत्र
- बैंक अकाउंट का विवरण
इस प्रकार करें योजना में आवेदन
- सबसे पहले अपने नजदीकी लेबर ऑफिस या तहसीलदार ऑफिस जाना होगा.
- वहां से आवेदन पत्र लेना होगा और ध्यानपूर्वक उसमें सभी जानकारी भरनी होंगी.
- अब आवश्यक दस्तावेजों को आवेदन पत्र के साथ संलग्न करना होगा.
- अब भरे हुए आवेदन पत्र को लेबर ऑफिस या तहसीलदार ऑफिस में जमा करना होगा.